जल जाने पर :
जल जाने के तुरंत बाद बर्फ का टुकड़ा लेकर जले स्थान पर मलने से
जलन शांत होती है। छाले नहीं पड़ते।
नकसीर :
नाक से खून निकलने पर बर्फ को किसी कपड़े में लेकर
नाक के ऊपर चारों ओर रखें।
थोड़ी देर में खून निकलना बंद हो जाएगा।
चोट लगने पर :
किसी भी प्रकार की अंदरूनी चोट लगने पर तुरंत बर्फ मलने से
खून जमने की आशंका नहीं रहती। दर्द भी कम होता है।
खून बहने पर :
चोट लगने के कारण खून बह रहा हो और किसी भी प्रकार से
खून रूक नहीं रहा हो तो ऐसे में उस स्थान पर बर्फ की पट्टी बांध दें।
इससे खून बहना बंद हो जा
मोच आने पर :
मोच आने पर उस जगह पर तुरंत बर्फ लगाने से सूजन नहीं आती।
गले में खराश :
गले में खराश होने पर बर्फ का टुकड़ा लेकर गले के बाहर धीरे-धीरे
मलने पर खराश में राहत मिलती है।
वात रोग :
वात या गठिया के दर्द को दूर करने के लिए दर्द वाले हिस्से पर बर्फ का टुकड़ा दो मिनट तक रखें। फिर हटा दें। दो मिनट बाद पुन: उस स्थान पर बर्फ का टुकड़ा रखें। यह प्रक्रिया 8 से 10 बार करें। इससे दर्द में राहत मिलती है।
-: धन्यवाद :-
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