राजकोट :- जब भी किसी बच्चे का जन्म होता है तो उसकी पहेचान के लिए सबसे पहले जरुर होती है उसके जन्म के प्रमाणपत्र की यानि बर्थ सर्टिफिकेट की.
बगैर इसके बच्चे का किसीभी स्कुल मे एडमिशन नहीं हो सकता.
सरकारी दसवेजों में यही सबसे पहला आधार है.
यह जन्म प्रमाणपत्र हांसिल करना जितना ही आसान है उतना ही मुश्किल.
कभी तो अयसा होता है की हम अगर किसी बच्चे का बर्थ सर्टि लेने महा नगरपालिका जाते हैं तो अक्सर जवाब मिलता है की अभी अस्पताल से इस बच्चे की जानकारी हमतक नहीं पहुंची है,
या अस्पताल वाले रोज़ हमको डाटा नहीं देते,महीने में एक बार भेजते हैं,
जब आ जाएगा तब आइयेगा. या आज दूसरा काम बहुत है फिर कभी आइयेगा. वगैरह-वगैरह.
हाल हि में एक खबर आई थी "ओढा" में रहने वाली कृष्णा देवी की.
जो अपनी बेटी ममता का जन्म प्रमाणपत्र हांसिल करने के लिए पंद्रह बार कार्यालय के चक्कर काट चुकी थी. उन्हें हर बार काम ज्यादा है टाइम लगेगा यह कहकर वापस भेज दिया जाता.
इन्ही सब बातों को ध्यान में लेते हुवे महापालिका की EDP ब्रांच एक खास सॉफ्टवेर तैयार कर रही है,जिसे आनेवाली २ अक्तूबर को यानी की
'गाँधी जयंती' के रोज़ लोंच किया जायेगा.
EDP ब्रांच के अधिकारी महेश गोहिल का कहेना है की 'जन्म पंजीकरण' को सरल बनाने के लिए इसे एक खास सॉफ्टवेर की मदद से ऑनलाइन किया जायेगा.जिसके लिए महापालिका हर हॉस्पिटल को एक युजर आईडी व पासवर्ड देगी.जिसके जरिये बच्चेकी पैदाइश का डाटा बच्चे के माँ-बाप की मौजूदगी में ही ऑनलाइन भेजा जायेगा.ताकि स्पेलिंग की कोई गलती न रहे.हर नए डाटा रोजाना ट्रांसफर होंगे.जिससे दुसरे या तीसरे दिन ही बर्थ सर्टिफिकेट मिल जायेगा.
इन सब सुविधा के लिए बस आपके नजदीकी हॉस्पिटल में इंटरनेट की सुविधा अनिवार्य है.
बगैर इसके बच्चे का किसीभी स्कुल मे एडमिशन नहीं हो सकता.
सरकारी दसवेजों में यही सबसे पहला आधार है.
यह जन्म प्रमाणपत्र हांसिल करना जितना ही आसान है उतना ही मुश्किल.
कभी तो अयसा होता है की हम अगर किसी बच्चे का बर्थ सर्टि लेने महा नगरपालिका जाते हैं तो अक्सर जवाब मिलता है की अभी अस्पताल से इस बच्चे की जानकारी हमतक नहीं पहुंची है,
या अस्पताल वाले रोज़ हमको डाटा नहीं देते,महीने में एक बार भेजते हैं,
जब आ जाएगा तब आइयेगा. या आज दूसरा काम बहुत है फिर कभी आइयेगा. वगैरह-वगैरह.
हाल हि में एक खबर आई थी "ओढा" में रहने वाली कृष्णा देवी की.
जो अपनी बेटी ममता का जन्म प्रमाणपत्र हांसिल करने के लिए पंद्रह बार कार्यालय के चक्कर काट चुकी थी. उन्हें हर बार काम ज्यादा है टाइम लगेगा यह कहकर वापस भेज दिया जाता.
इन्ही सब बातों को ध्यान में लेते हुवे महापालिका की EDP ब्रांच एक खास सॉफ्टवेर तैयार कर रही है,जिसे आनेवाली २ अक्तूबर को यानी की
'गाँधी जयंती' के रोज़ लोंच किया जायेगा.
EDP ब्रांच के अधिकारी महेश गोहिल का कहेना है की 'जन्म पंजीकरण' को सरल बनाने के लिए इसे एक खास सॉफ्टवेर की मदद से ऑनलाइन किया जायेगा.जिसके लिए महापालिका हर हॉस्पिटल को एक युजर आईडी व पासवर्ड देगी.जिसके जरिये बच्चेकी पैदाइश का डाटा बच्चे के माँ-बाप की मौजूदगी में ही ऑनलाइन भेजा जायेगा.ताकि स्पेलिंग की कोई गलती न रहे.हर नए डाटा रोजाना ट्रांसफर होंगे.जिससे दुसरे या तीसरे दिन ही बर्थ सर्टिफिकेट मिल जायेगा.
इन सब सुविधा के लिए बस आपके नजदीकी हॉस्पिटल में इंटरनेट की सुविधा अनिवार्य है.
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